संत कबीर दास - परिचय

संत कबीर दास, भारतीय संत और कवि, एक महान आध्यात्मिक गुरु थे जिन्होंने अपने जीवन के दौरान समाज को धर्म, तात्त्विकता, और मानवता के महत्वपूर्ण सिद्धांतों का संदेश दिया। उनका जन्म भारत के काशी नगर  (वाराणसी) में गुप्त वंश के एक श्रीवत्स खत्री परिवार में हुआ था, लेकिन उनके जीवन के बारे में कई विभिन्न किंवदंतियां हैं।

संत कबीर जी का जीवन और काव्य संग्रह 'कबीर वाणी' में दर्ज हैं, जिसमें उन्होंने अपने दोहों के माध्यम से मानवता, धर्म, और ईश्वर के संबंध के बारे मे बताया है। वे भगवान के अद्वितीय रूप को मानने वाले थे और सभी मानवों को एक ही परमात्मा की संतान के रूप में देखते थे।

कबीर दास जी ने जातिवाद, कास्त सिस्टम, और बाह्य धर्म के प्रति अपनी चिंता को व्यक्त किया और समाज को एक मिलजुल कर रहने की सामाजिक एकता के बारे मे कहा। उनके द्वारा रचित दोहों के माध्यम से वे अपने शिष्यों को आध्यात्मिक मार्ग पर मार्गदर्शन करते थे।

संत कबीर दास के विचार और उनकी कविताओं में भारतीय साहित्य और आध्यात्मिकता के महत्वपूर्ण प्रमुख भाग हैं। उनके संदेशों का अब भी महत्वपूर्ण स्थान है और उनकी कविताएँ लोगों को आध्यात्मिक जीवन की ओर मार्गदर्शन करने में मदद करती हैं। संत कबीर दास को एक महान आध्यात्मिक गुरु और कवि के रूप में याद किया जाता है, जिनका योगदान आज भी हमारे समाज में महत्वपूर्ण है।